एक नागरिक के नाते मन में उठ रहे अनेक सवालों के जवाब चाहिए। कुछ सवाल:
इंदौर की सड़वेंâ मार्च में बनाने के बजाय सितम्बर में क्यों नहीं बनाई जातीं? बारिश खत्म होते ही सड़वेंâ बन जाएं तो कम से कम छह सात माह तो चलें, पर मार्च में सड़वेंâ बनती हैं और बारिश होते ही धुल जाती हैं। करदाताओं के करोड़ों रुपए धुल जाते हैं।
अगर बिल्डिंग्स अवैध रूप से बनती हैं, तो उन्हें पूरा बनने के बाद ही क्यों तोड़ा जाता है? बनने के दौरान ही क्यों नहीं तोड़ा जाता।
जब शहर को सुंदर बनाने के लिए अवैध बिल्डिंग तोड़ी जाती है, तो उसका मलबा क्यों नहीं हटवाया जाता? मलबे के ढेर से तो अवैध बिल्डिंग ही बेहतर है।
पहले सड़कों के किनारे बिना सोचे-समझे वृक्षों के पौधे रोप दिए जाते हैं फिर जब वे बड़े होते हैं, तो यातायात में बाधा या बिजली के तारों में रुकावट का बहाना बनाकर उन्हें काट दिया जाता है। पहले से ही पौधारोपण की जगह सोच-समझकर तय क्यों नहीं की जाती? रिंग रोड इसलिए बनाई गई है कि शहर का भारी वाहनों का यातायात वहां से गुजरे ताकि शहर में दुर्घटनाएं कम हों। कुछ साल बाद रिंग रोड पर कॉलोनियां बना दी जाती हैं, आबादी बसने लगती है और रिंग रोड शहर का हिस्सा बना दिया जाता है। वाहन आबादी से दूर रहे इसीलिए तो रिंग रोड की योजना बनी थी बाद में वहां आबादी क्यों बसाई जा रही है?
पहले सड़कों पर पक्की दीवारनुमा रोड डिवाइडर बना दिए जाते हैं, बाद में वहां स्ट्रीट लाइट के लिए खंभे गाड़ने के लिए खुदाई होती है। पहले खंभे लगा दें या न लगा सवेंâ, तो कम से कम उसकी जगह तय कर लें और डिवाइडर बना दें। इस तरह लागत में कमी हो सकती है।
राज्य सरकार हर साल कुछ हफ्ते तबादले निरस्ती में लगाती है। इसके पहले कुछ सप्ताल तबादला करने में खर्च किए जाते हैं। जब तबादले रद्द ही करने हैं, तो फिर तबादले किए ही क्यों जाते हैं?
जब शताब्दी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें हैं, तो फिर रेल मंत्री के लिए अलग से विमान की व्यवस्था क्यों की जाती है?
सरकार को तेल पूल की मद में घाटा हो रहा है, तो वह इतने वाहनों के उत्पादन की अनुमति क्यों दे रही है?
अगर सरकार पेट्रोल की खपत कम करना चाहती है, तो सड़वेंâ क्यों नहीं सुधरवाती और जगह-जगह फ्लायओवर क्यों नहीं बनवाती? ताकि वाहनों का र्इंधन बर्बाद कम हो। टेलीफोन की दरें कम क्यों नहीं करती, ताकि लोग जाने के बजाए फोन पर ही ज्यादातर कामकाज निपटा लें।
-प्रकाश हिन्दुस्तानी
१२ सितम्बर १९९७