ड्रीम गर्ल कहते ही हेमा मालिनी की छवि सामने आती है, लेकिन एकता कपूर की इस ड्रीम गर्ल को देखने के बाद शायद आयुष्मान खुराना का चेहरा सामने आने लगे। फिल्म का एक डायलॉग है कि जब सही गलत हो, तब सही वो होता है, जो सबसे कम गलत हो। एकता कपूर की लगभग सभी फिल्में फूहड़ हैं, ऐसे में ड्रीम गर्ल सबसे कम फूहड़ फिल्म कही जा सकती है। यह पैसा वसूल कॉमेडी फिल्म है, जिसमें झूठ की पराकाष्ठा से उपजा हास्य छाया रहता है। बीच-बीच में कुछ घटिया लतीफे भी है और दो अर्थों वाले संवाद भी। आज के डिजिटल दौर में यह फिल्म बताती है कि सोशल मीडिया के जरिये कनेक्ट से बेहतर है अपने दोस्तों से जीवंत संपर्क रखना।
बचपन से ही लड़कियों की आवाज में बात करने की क्षमता रखने वाला कर्मवीर युवा होने पर अपनी प्रतिभा को और निखार लेता है। वह लड़का और लड़की दोनों की आवाज में बात कर लेता है और बेरोजगारी से परेशान होकर उसे एक ऐसे काॅल सेंटर में नौकरी करनी पड़ती है, जहां उसे पूजा नाम की लड़की बनकर लोगों का दिल बहलाना होता है। अब उस पूजा के दीवानों की संख्या लगातार बढ़ती जाती है। कोई पुलिसवाला है, कोई पहलवान है, लेकिन हद तो तब हो जाती है, तब उस पूजा के चाहने वालों में करमवीर का होने वाला साला और पिता भी शामिल हो जाते है और वे सब पूजा से शादी करना चाहते है। ऐसी परिस्थितियों में जिस तरह का हास्य जन्म ले सकता है, वैसा इस फिल्म में लिया गया है।
आयुष्मान खुराना ने गजब का साहस दिखाया है इस फिल्म में। इसके पहले भी वे कई साहसिक फिल्में कर चुके हैं, लेकिन न्यूनतम अश्लील हुए उन्होंने इस फिल्म में जान फूंकने की कोशिश की। सीता, राधा और द्रोपदी का रोल भी उन्होंने किया है। आयुष्मान के पिता जगजीत की भूमिका अनु कपूर ने की और आयुष्मान के दोस्त स्माइली के रोल में मनजोत सिंह ने जबरदस्त काम किया है। अनु कपूर की ओवर एक्टिंग भी इस फिल्म में देखने को मिल रही है। अन्य कलाकारों में राज भंसाली ने टोटो और निधि बिष्ट ने रोमा की भूमिका निभाई हैं। फिल्म में जगह-जगह के साइन बोर्ड गोकुल-मथुरा के दिखाए गए है, लेकिन अधिकांश कलाकार हरियाणवी में बात करते है। 1977 में हेमा मालिनी की फिल्म ड्रिम गर्ल आई थी, उसके बाद अभी तक हेमा मालिनी ड्रीम गर्ल ही है, यहां तक कि टि्वटर अकाउंट में भी वे ड्रीम गर्ल बनी हुई हैं। 2006 में हॉलीवुड में ड्रीन गर्ल्स नाम की फिल्म आई थी और अब 2019 में आयुष्मान खुराना ड्रीम गर्ल बने हैं। हल्की-फुल्की कॉमेडी के लिए फिल्म को देखा जा सकता है।