हास्य व्यंग्य का हंगामा। हास्य-व्यंग्य एवं मनोरंजन के कुछ पल। हँसने-हँसाने के लिये। Laughter is the best medicine - वो हम पर हँसें, हम उन पर हँसें और इस तरह सभी खुश और स्वस्थ रहें। टेपा क्या है? एक झलक टेपा सम्मेलन के एक रंग की।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नक्शे कदम पर चल पड़े हैं। जिस तरह योगी आदित्यनाथ ने हिन्दुत्ववादी सख्त प्रशासक की छवि बनाई है, शिवराज सिंह चौहान भी वैसी बनाने की ओर अग्रसर हैं। कई मामलों में वे योगी से आगे भी हैं, लेकिन अब उत्तरप्रदेश की तरह मध्यप्रदेश में भी अब बुलडोजर घूम रहे हैं। वैसे तो पहले कई बार शिवराज सिंह चौहान अपने सख्त प्रशासक होने का सबूत दे चुके हैं, लेकिन अब वे ज़्यादा खुलकर मैदान में हैं। पार्टी में भी कोई उनसे ज़्यादा छु-चपड़ नहीं कर रहा। स्पष्ट तौर पर मध्य प्रदेश विधानसभा का 2023 का चुनाव शिवराज सिंह चौहान के ही लड़ा जाएगा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नक्शे कदम पर चल पड़े हैं। जिस तरह योगी आदित्यनाथ ने हिन्दुत्ववादी सख्त प्रशासक की छवि बनाई है, शिवराज सिंह चौहान भी वैसी बनाने की ओर अग्रसर हैं। कई मामलों में वे योगी से आगे भी हैं, लेकिन अब उत्तरप्रदेश की तरह मध्यप्रदेश में भी अब बुलडोजर घूम रहे हैं। वैसे तो पहले कई बार शिवराज सिंह चौहान अपने सख्त प्रशासक होने का सबूत दे चुके हैं, लेकिन अब वे ज़्यादा खुलकर मैदान में हैं। पार्टी में भी कोई उनसे ज़्यादा छु-चपड़ नहीं कर रहा। स्पष्ट तौर पर मध्य प्रदेश विधानसभा का 2023 का चुनाव शिवराज सिंह चौहान के ही लड़ा जाएगा।
शिवराज का बुलडोज़र, 60 करोड़ की ज़मीन मुक्त #IndoreDialogue | Narendra Nahta कांग्रेस नेता की 60 करोड़ की ज़मीन पर चला बुलडोज़र शिवराज सिंह चौहान यूपी के योगी आदित्यनाथ के नक्शे कदम पर चल रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने रामपुर में आजम खान के साम्राज्य को नेस्तनाबूद कर दिया था, उसी अंदाज में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी चल पड़े।
शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के नेता नरेंद्र नाहटा के ट्रस्ट के विश्वविद्यालय की अवैध रूप से हथियाई गई 15 एकड़ जमीन पर बुलडोज़र चलवा दिया और ज़मीन को प्रशासन के कब्जे में दे दिया। इस जमीन की कीमत 60 करोड़ आंकी गई है।
इस जमीन पर मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा के परिवार के ट्रस्ट का कब्जा था। ट्रस्ट को 15 एकड़ जमीन अलाट हुई थी, लेकिन उस पर कब्जा कर लिया 30 एकड़ जमीन पर।
मंदसौर के कलेक्टर गौतम सिंह के अनुसार न्यायालय में भी यह बात साबित हो चुकी थी कि नाहटा परिवार के ट्रस्ट को 15 एकड़ जमीन दी गई थी, जिस पर नाश्ता परिवार के ट्रस्ट का मंदसौर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी चल रही थी।
रिया मुखर्जी ने आरआरआर फिल्म में संवाद और गीत लिखे हैं। वे रेडियो की दुनिया की दिग्गज हैं। आठ साल पहले उन्होंने रेडियो मिर्ची में नेशनल क्रिएटिव डायरेक्टर और एग्जीक्यूटिव वीपी का पद छोड़ दिया और अब स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म, ऐप्स (जैसे गाना, स्पोर्टिफाई , आडियेबल,अमेज़न म्युज़िक) आदि के लिए सलाहकार सेवा देती हैं। उनकी कम्पनी रिया मुखर्जी वर्ड पिक्चर्स दुनिया में अपने तरह की पहली कंपनी है जो पॉडकास्टर्स को ट्रेनिंग भी देती है।