हमारे नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अब ट्विटर पर भी नजर आने लगे हैं। दो दिनों में उनके 10 लाख नए फॉलोअर्स बने। राष्ट्रपति कोविंद को फॉलो करने वालों की संख्या करीब 32 लाख है। वे ट्विटर पर केवल एक शख्स के अकाउंट को फॉलो कर रहे हैं और वे हैं श्री प्रणब मुखर्जी। वास्तव में राष्ट्रपति कोविंद का ट्विटर अकाउंट भारत के राष्ट्रपति का ट्विटर अकाउंट है, जो 2014 में श्री प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति रहते शुरू किया गया था। दो दिन पहले तक उनके ट्विटर फॉलोअर्स की संख्या ३१ लाख थी। इस लिहाज से राष्ट्रपति कोविंद का ट्विटर अकाउंट भी वहीं है, जो पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का था। यह ट्विटर अकाउंट भारत के राष्ट्रपति का अधिकृत ट्विटर हैंडल है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का ट्विटर अकाउंट प्रेसीडेंट मुखर्जी के नाम पर था (पीओआई१३) यानि भारत के १३वें राष्ट्रपति। राष्ट्रपति कोविंद का ट्विटर अकाउंट का नाम प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया है और आईडी हैं राष्ट्रपतिबीएचवीएन। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम पर अनाधिकृत ट्विटर अकाउंट की बाढ़ आई हुई है।
नरेन्द्र मोदी के निजी ट्विटर अकाउंट के फॉलोअर्स की संख्या राष्ट्रपति कोविंद के फॉलोअर्स से दस गुना ज्यादा है - 3 करोड़ 20 लाख से अधिक। नरेन्द्र मोदी ट्विटर पर एक हजार 771 लोगों को फॉलो करते हैं। वे जिन्हें फॉलो करते है, उनमें विश्व के प्रमुख नेता, भारत के प्रमुख विभागों के मंत्री और उनके विभाग, राज्यों के मुख्यमंत्री, न्यूज चैनल्स और मीडिया वेबसाइट्स के ट्विटर अकाउंट और साथ ही कुछ पत्रकारों के ट्विटर अकाउंट, पार्टी के नेता, खिलाड़ी, अभिनेता, उद्योगपति आदि। कार्यकारी पद होने के कारण प्रधानमंत्री ट्विटर पर सबकी खबर लेते रहते हैं। पार्टी के कई नेता उन्हें ट्विटर पर सीधे संदेश देते है और मीडिया के ट्विटर अकाउंट के माध्यम से श्री मोदी खबरों पर पकड़ बनाए रखते है।
नरेन्द्र मोदी ट्विटर पर पुराने खिलाड़ी हैं, जबकि राष्ट्रपति कोविंद को ट्विटर पर आए ज्यादा वक्त नहीं हुआ है। हाल तक वे ट्विटर पर सक्रिय नहीं दिखते थे। राष्ट्रपति कोविंद का पहला ट्वीट 25 जुलाई को शपथ लेने के साथ ही शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि भारत के 14वें राष्ट्रपति के पद का दायित्व संभालते हुए मैं अपने आप को बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं अपनी सभी जिम्मेदारियां अपनी पूर्ण मानवीय शक्तियों के साथ निभाऊंगा। राष्ट्रपति कोविंद के पहले ट्वीट को 35 हजार से ज्यादा लोगों ने लाइक किया और 9 हजार 300 लोगों ने उसे रि-ट्वीट किया। 3 हजार 67 लोगों ने व्यक्तिगत रूप से उन्हें बधाई दी।
दूसरे ट्वीट में राष्ट्रपति कोविंद ने 125 करोड़ देशवासियों को भरोसा दिलाया कि वे महान देश के वासियों के विश्वास पर खरा उतरने के लिए कार्य करेंगे। अपने तीसरे ट्वीट में राष्ट्रपति कोविंद ने महात्मा गांधी और अन्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद किया और लिखा कि उन्हीं के प्रयासों से भारत आजाद हुआ है। अपने अगले ट्वीट में राष्ट्रपति ने भारत को विश्व की प्रमुख आर्थिक शक्ति और नैतिक उदाहरण बनने की बात कही। फिर उन्होंने देश की विविधता को देश की उपलब्धियों का श्रेय दिया।
ट्विटर पर सक्रियता के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जवाब नहीं। वे राष्ट्रपति से मिले तो उन्हें भारत के संविधान की एक प्रति भेंट की और ट्विटर पर फोटो शेयर कर लिया। नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता को देखते हुए उसे बड़ी संख्या में लाइक्स और आरटी तो मिलने ही थे। भारत के राष्ट्रपति अनेक संवैधानिक मर्यादाओं से जुड़े हुए हैं और वे अमेरिकी राष्ट्रपति की तरह अपने मन से ट्वीट और रि-ट्वीट नहीं करते।
अमेरिका में राष्ट्रपति का पद भारत के प्रधानमंत्री की तरह कार्यकारी पद है। जैसे भारत में हर कार्य के लिए प्रधानमंत्री जिम्मेदार है, वैसे ही अमेरिका में राष्ट्रपति। शायद इसीलिए अमेरिका के राष्ट्रपति भी हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरह ट्विटर पर लोगों को फॉलो करते हैं। ट्रम्प जिन लोगों को फॉलो करते है, उनमें विश्व के प्रमुख नेता, अमेरिकी विभागों के प्रमुख और उनके परिवार के लोग शामिल हैं। ट्रम्प केवल 42 लोगों को ही फॉलो करते हैं और करीब 2 करोड़ लोग ट्रम्प को ट्विटर पर फॉलो करते हैं। ट्रम्प की तरह ही रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन 19 लोगों को फॉलो करते हैं। करीब 7 लाख लोग ही ट्विटर पर पुतिन को फॉलो करते है।
हम कह सकते है कि हमारे राष्ट्रपति किसी को फॉलो नहीं करते। पूरी दुनिया उन्हें फॉलो करती है, जबकि ट्रम्प और पुतिन कई लोगों को फॉलो करते हैं।
हैप्पी ट्विटिंग राष्ट्रपति कोविंद।