पूर्वोत्तर में 3 राज्यों के चुनाव नतीजे आने पर अब त्रिपुरा में बीजेपी पूर्ण बहुमत से और नागालैंड में सहयोगी दल (एनडीपीपी) की मदद से सरकार बनाने जा रही है। इस तरह भारत के 29 राज्यों में से 21 राज्यों में भारतीय जनता पार्टी और सहयोगी दलों की सरकार होगी। मेघालय में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन बीजेपी ने वहां भी अच्छा खाता खोला है।
अब भारत के नक्शे में भाजपा शासित राज्यों की संख्या ऐतिहासिक हो गई है। उसके सहयोगी दलों में कश्मीर की पीडीपी, नागालैंड की एनडीपीपी और बिहार की जेडीयू शामिल है। इन चुनावों में भाजपा की भारी जीत का श्रेय अगर किसी को जाता है, तो पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खासतौर पर।
त्रिपुरा में 25 वर्षों से माक्र्सवादी कम्युनिष्ट मोर्चे की सरकार रही है, जिसकी कमान माणिक सरकार के हाथों में थी। 20 साल से माणिक सरकार ही त्रिपुरा में सरकार चला रहे थे। भाजपा ने यहां इस बार एक स्थानीय पार्टी आईपीएफटी (इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा) के साथ गठबंधन किया हुआ था। गौरतलब है कि 2013 में भारतीय जनता पार्टी ने त्रिपुरा की 50 विधानसभा सीटों में उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, जिनमें 49 की जमानत जब्त हो गई थी।
नागालैंड अपनी अलगाववादी शक्तियों के कारण ही ज्यादा सुर्खियों में रहा है। इस बार वहां बीजेपी ने 20 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, जिनमें से अनेक ने इस बार विजय हासिल की है।
मेघालय में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है और चुनाव के नतीजे आते ही कांग्रेस को यह भय सताने लगा कि कहीं गोवा की तरह राज्य उसके हाथ से नहीं निकल जाए। कांग्रेस के नेता मेघालय पर निगाहें रखे हुए है और कुछ नेता तो मेघालय पहुंच भी गए हैं। ताकि वहां मिली-जुली सरकार बना सकें। मेघलाय की राजधानी शिलांग को स्कॉटलैंड ऑफ द ईस्ट कहा जाता है। 1972 के पहले मेघालय असम का हिस्सा था। इस राज्य का 70 प्रतिशत हिस्सा घने जंगल है।
मेघालय की तरह ही त्रिपुरा भारत का तीसरा सबसे छोटा राज्य है, जहां सिर्फ 66 किलोमीटर की रेल लाइन है। बंगाली और त्रिपुरी भाषा यहां प्रमुखता से बोली जाती है और दुर्गा पूजा भी धूमधाम से मनाया जाता है। नागालैंड 1 दिसंबर 1963 को ही भारत में मिला और भारत का 16वां राज्य बना था। यहां 16 प्रमुख जनजातियां है। भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में से ये तीन राज्य अनेक दृष्टि से भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यहां पर भारतीय जनता पार्टी का प्रभाव बढ़ना कूटनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हो सकता है। भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने पिछले दिनों आशा व्यक्त की थी कि 3 राज्यों के चुनाव में भाजपा को अच्छी बढ़ मिलेगी। उन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत भी की थी।
03 March 2018 : 02.38 Pm