हरिवंश जी विज़नरी पत्रकार रहे हैं, वे अच्छे सांसद भी माने जाते हैं और अब वे राज्यसभा के सफल उपसभापति भी साबित होंगे, इसमें कोई शक नहीं है। धर्मयुग में मुझसे पहले की पीढ़ी के, मेरे वरिष्ठ रहे, आजीवन सक्रिय पत्रकारिता करने वाले हरिवंश जी के राज्यसभा का उपसभापति बनने पर वास्तव में खुशी का एहसास हो रहा है। उनकी राजनीतिक प्रतिबद्धता के बारे में कुछ कहना नहीं चाहता, लेकिन एक पत्रकार के रूप में उन की प्रतिबद्धता हमेशा अपने पेशे के प्रति बनी रही। अपने जूनियर्स के साथ हमेशा मानवीय व्यवहार करने वाले और बेहद संवेदनशील पत्रकार हरिवंश ने प्रभात खबर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
जयप्रकाश नारायण के आंदोलन से जुड़े रहे हरिवंश जी ने पत्रकारिता की शुरुआत टाइम्स ऑफ इंडिया समूह में ट्रेनी जर्नलिस्ट के रूप में की थी। बाद में वह धर्मयुग में उपसंपादक हुए और फिर उसके बाद आनंद बाजार समूह की पत्रिका रविवार में सुरेंद्र प्रताप सिंह के साथ चले गए। 1989 में वे प्रभातखबर से संपादक के रूप में जुड़े, जिसने पत्रकारिता में कई कीर्तिमान स्थापित किये।
प्रभात खबर ने ही सबसे पहले दशरथ मांझी के संघर्ष को उद्घाटित किया था।
वे हमेशा ही सक्रिय, सजग, प्रतिबद्ध, विचारवान और दूरदृष्टिवाले संपादक मने जाते रहे। उनके सहकर्मी उन्हें बेहद आदर के साथ याद करते हैं। अपने ओहदे का तनिक भी गुमान किए बिना वे हर छोटी बड़ी बात पर ध्यान रखते हैं।
उन्होंने जीवन में जो कुछ भी किया, निष्ठापूर्वक किया। जब चंद्रशेखर जी प्रधानमंत्री बने थे तब वे उनके एडिशनल मीडिया एडवाइजर थे, उन्हें पता था कि चंद्रशेखर जी इस्तीफ़ा देने वाले हैं, लेकिन उन्होंने अपने उस पद की गरिमा का ध्यान रखा और अपने अखबार प्रभात खबर में भी उस खबर को प्रकाशित नहीं किया।
हरिवंश जी सन 2014 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे और वे ऐसे उम्मीदवार थे, जिन्हें राज्यसभा तक पहुंचने के लिए एक रूपया भी खर्च नहीं करना पड़ा। राज्यसभा के लिए नामांकन फार्म की कीमत ₹10000 थी, जो उन्होंने खरीदा था, लेकिन जब निर्विरोध चुने गए तब उन्हें वह राशि वापस मिल गई इस तरह ₹1 भी खर्च किए बिना राज्यसभा के सदस्य बने।
मजेदार बात यह है कि जब वे उपसभापति बने और सभापति वेंकैया नायडू ने उन्हें आसंदी संभालने के लिए कहा तब आसंदी संभालते ही उन्होंने सभी सदस्यों का अभिवादन किया और उसके बाद जो पहला वाक्य कहा था उससे सदन में ठहाके गूँज गए। वह वाक्य था --''सदन दो बजे तक के लिए स्थगित किया जाता है."
09 Aug. 2018