मेरी निजी वेबसाइट पत्रकारिता के गुरु श्री राजेन्द्र माथुर को समर्पित। 23 साल पहले यह साइट अंग्रेजी में लांच की थी। हिन्दी के पहले वेबपोर्टल वेबदुनिया डॉट कॉम के संस्थापक कंटेंट एडीटर के रूप में भी तमन्ना थी कि साइट हिन्दी में होती तो बेहतर होता। करीब पांच साल पहले यह वेबसाइट हिन्दी में भी बनी और अब उसे नए रूप में पेश करते हुए मुझे खुशी हो रही है।
मैंने नईदुनिया, धर्मयुग, नवभारत टाइम्स, दैनिक भास्कर, चौथा संसार जैसे अखबारों में काम किया। अलग-अलग पदों पर अलग-अलग जिम्मेदारी निभाई और देश के महानतम् समकालीन सम्पादकों की छत्रछाया में काम किया। श्री राजेन्द्र माथुर, श्री राहुल बारपुते, श्री अभय छजलानी, डॉ. धर्मवीर भारती, श्री गणेश मंत्री, श्री सुरेन्द्र प्रताप सिंह, श्री विश्वनाथ सचदेव, डॉ. विद्यानिवास मिश्र, डॉ. कन्हैयालाल नंदन और श्री श्रवण गर्ग जैसे सम्पादकों के साथ काम करना ही मेरा पहला सौभाग्य रहा है।
श्री रघुवीर सहाय, श्री प्रभाष जोशी, श्री उदयन शर्मा, श्री संतोष भारतीय, श्री राहुल देव, श्री आलोक मेहता, सुश्री मृणाल पांडे, श्री हरिवंश, वे संपादक हैं, जिनके साथ काम करने का मौका तो नहीं मिला, लेकिन उनसे सम्पर्वâ बना रहा। उन से कई बातें सीखी और लगा कि कभी न कभी तो इनके साथ काम करने का अवसर मिलेगा।
टेलीविजन मीडिया में मैंने सहारा समय और जीएनएन चैनलों के साथ काम किया और केबल टीवी में इन टाइम, ओटीजी और डिजी न्यूज के साथ भी पारी खेली। इस तरह मुझे प्रिंट, टेलीविजन और इंटरनेट मीडिया में काम करने का मौका मिला। इसे मैं अपना सौभाग्य मानता हूं।
मैं अपने परम मित्र और टेक-गुरु श्री राजेन्द्र कुशवाह का दिल से आभारी हूं, जिनकी मेहनत, प्रेरणा और मार्गदर्शन में ही यह पर्सनल वेबसाइट बनकर तैयार हुई है। दुर्भाग्य से श्री राजेन्द्र कुशवाह हमारे बीच नहीं है। उनकी गैरमौजूदगी में इस वेबसाइट को आगे बढ़ाने में स्वस्तिक इन्फो के श्री किरीट चावड़ा और श्री मयंक अग्रवाल के सहयोग से इसे नया रूप दिया जा सका। विश्वास है कि अब यह वेबसाइट ज्यादा टेक्नोफ्रेंडली और सुगम हो गई है।