रंग बदल दिया राजीव के हत्यारों नलिनी और रविचंद्रन ने, 'विक्टिम कार्ड' खेलना शुरू कर दिया. रिहाई के बाद रविचंद्रन ने कहा कि समय और सत्ता यह तय करती है कि कौन आतंकवादी है और स्वतंत्रता सेनानी? नलिनी को पहले तीन अन्य दोषियों के साथ मौत की सज़ा सुनाई गई थी, लेकिन सोनिया गाँधी की अपील के बाद नलिनी की सज़ा को घटाकर उम्र क़ैद में तब्दील कर दिया गया था. सोनिया ने कहा था कि नलिनी की ग़लती की सज़ा एक मासूम बच्चे को कैसे मिल सकती है, जो अब तक दुनिया में आया ही नहीं है.
भारत दुनिया के 20 बड़े देशों के सम्मेलन जी20 की अध्यक्षता करने जा रहा है। इसी सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंडोनेशिया के बाली शहर में हैं। 16 नवंबर 2022 को जी20 शिखर सम्मेलन के समापन पर इस संगठन की अध्यक्षता का दायित्व आधिकारिक रूप से भारत को सौंपा जाएगा।
तेलंगाना की सरकार ने 35 साल पुराना अपना ही एक आदेश फिर से लागू कर दिया है। इस आदेश के अनुसार सरकारी अस्पतालों में काम करने वाले चिकित्सक प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं कर पाएंगे। यह भी तय किया गया है कि अब सरकारी अस्पतालों के लिए जो भी डॉक्टर नियुक्त होंगे, उन पर यह आदेश लागू रहेगा। तेलंगाना सरकार ने यह भी निर्देश दिया है कि जिन डॉक्टरों को प्रशासकीय ड्यूटी में नियुक्त कर दिया जाता है, उन्हें वहां से हटाकर वापस उनके मूल चिकित्सा कार्य में तैनात किया जाएगा।
मेटा इंडिया में टेक स्कॉलर रहे जेड लिंगदोह का मानना है कि एलन मस्क का प्लेटफॉर्म टि्वटर अब फ्री स्पीच के बजाय हेट स्पीच को बढ़ावा देने का काम ज्यादा करेगा। एलन मस्क जिस फ्री स्पीच की बात करते हैं, वह एक तरह से हेट स्पीच के लिए ही फायदेमंद होगा। एलन मस्क ने स्पष्ट किया है कि टि्वटर फ्री फॉर ऑल मीडिया होगा, तो क्या इसका मतलब यह नहीं कि यह घृणा फैलाने वालों के लिए पसंदीदा प्लेटफॉर्म बन जाएगा?
गत दो सप्ताह से भारतीय राजनायिकों को इस्लामिक देशों से राब्ता बैठाने में भारी परेशानी और चुनौती का सामना करना पड़ रहा हैं। आर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन (ओआईसी ) के 57 में से 16 देशों ने भाजपा प्रवक्ता के बयान पर बखेड़ा कर दिया था, जिसके बाद भारत को रक्षात्कम पहल करनी पड़ीं। यह भारत के लिए अच्छा अनुभव नहीं रहा। भारत की मुस्लिम आबादी बांग्लादेश और इंडोनेशिया के बाद सबसे ज्यादा हैं। इस हिसाब से भारत इस्लामिक देशों के संगठन में शामिल होने की योग्यता रखता हैं। यह सच्चाई हैं कि ओआईसी की स्थापना में भारत की प्रमुख भूमिका रही हैं। इतना ही नहीं इस संगठन के बनने के बाद पहली बैठक का नेतृत्व भी भारत ने ही किया था। इस्लामिक देशों के संगठन को लेकर शुरू से दो पेंच रहे हैं। पहला तो यह कि इसका सदस्य वही देश हो सकता है, जिसकी आबादी का बहुमत मुस्लिम हो। दूसरी शर्त यह थी कि भले ही मुस्लिम आबादी बहुमत में न हो, लेकिन उस देश का शासक मुसलमान हैं, तो उसे संगठन का सदस्य बनाया जा सकता हैं।
प्रधानमंत्री चुने जाने के एक साल बाद जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका के दौरे पर थे, तब वे सेन फ्रांसिस्को के पास टेस्ला मोटर्स के मुख्यालय भी गए थे। प्रधानमंत्री की इच्छा थी, वहां काम करने वाले भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात और एलन मस्क से भी बातचीत। प्रधानमंत्री ने एलन मस्क को कहा था कि अगर वे इलेक्ट्रिक कार टेस्ला का उत्पादन भारत में करना चाहें, तो उनका स्वागत होगा। प्रधानमंत्री टेस्ला की महंगी टेक्नोलॉजी को इम्पोर्ट करने के इच्छुक नहीं थे, लेकिन प्रधानमंत्री के साथ गया दल इस बात में इच्छुक था कि टेस्ला में सौर उर्जा से चलने वाली बैटरी भारत को उपलब्ध हो सकें।
भारतीय जनता पार्टी वैसे तो हमेशा ही चुनाव के मोड में रहती है, लेकिन मोदी सरकार के 8 साल पूरे होते ही वह फिर से 2024 की तैयारियों में जुट गई है। भारतीय जनता पार्टी के 2 राष्ट्रीय प्रवक्ताओं नुपूर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल के खिलाफ कार्रवाई करके सरकार ने यह बताने की कोशिश की है कि यह एक ऐसी सरकार है, जो सभी के लिए कार्य कर रही है। आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाली प्रवक्ता के खिलाफ कार्रवाई से भारतीय जनता पार्टी में भी हलचल बढ़ गई है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी अब फूंक-फूंककर कदम रखने की कोशिश कर रही है।
भारत एक फिल्म प्रधान देश है।
4 नवंबर को देश में 23 फिल्में रिलीज हो रही हैं, जिनमें हिन्दी की 7, तेलुगु की 6, मराठी की 5, तमिल की 3 और कन्नड़ की दो फिल्में शामिल हैं। (ओटीटी पर आने वाली फिल्मों की संख्या अलग है)।
जयंती रंगनाथन कहानीकार और उपन्यासकार हैं और वे हर विधा में प्रयोग करती रहती हैं। उनका नया उपन्यास ‘शैडो’ एक अलग तरह का उपन्यास हैं, जिसमें मुख्य पात्र के साथ बहुत सारे पात्र हैं। कहानी में कहानियां और उन कहानियों में भी कहानियां। कुल मिलाकर यह एक सस्पेंस थ्रीलर का काम करता हैं।
राहुल की यात्रा से गुजरात को पैगाम, डीबी लाइव में प्रकाश हिन्दुस्तानी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 28 मई को गुजरात के अटकोट में एक रैली को सम्बोधिक करते हुए कहा था कि हम गांधी जी के सपनों का भारत बनाने के कार्य में आठ साल से जुटे हैं। गांधी जी चाहते थे कि गरीबों, दलितों, पीड़ितों, आदिवासियों और महिलाओं को अधिक अधिकार मिले। हमारी सरकार इसी के लिए कार्य कर रही है। स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवाएं हमारी सरकार की प्राथमिकता है और भारतीय संस्थानों से हम अपनी जरूरतों की पूर्ति में लगे हैं। इसके बाद की रैली में उन्होंने गांधीजी के साथ साथ सरदार पटेल का भी जिक्र किया और उनके सपनों के भारत की बात भी कही। ये दोनों ही नेता गुजरात के थे, जहाँ के मोदी भी हैं।