सोनू निगम के बारे में लोग कुछ भी कहें, अजान विवाद के बाद उनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। ट्विटर पर तीन दिनों में ही 25 हजार से अधिक फॉलोअर बढ़ गए। ट्विटर पर सोनू निगम की लोकप्रियता की तुलना अगर किसी से की जा सकती है, तो लता मंगेशकर से। लताजी के ट्विटर पर सोनू निगम से करीब आठ लाख ज्यादा फॉलोअर्स है। सोनू निगम आमतौर पर अपनी गतिविधियों को फॉलोअर्स के साथ शेयर करते रहते हैं। इसमें उनके निजी अनुभव, पारिवारिक चित्र, व्यावसायिक गतिविधियां और अन्य गतिविधियां शामिल है। लता मंगेशकर के अलावा आशा भोंसले, कैलाश खेर, शान आदि भी ट्विटर पर काफी सक्रिय हैं। इनमें कैलाश खेर के फॉलोअर्स सबसे कम है। फिर भी यह संख्या साढ़े पांच लाख से अधिक है। कैलाश खेर ट्विटर पर किसी को भी फॉलो नहीं करते। लताजी और आशाजी बॉलीवुड के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के अलावा अन्य गायकों के ट्विटर अकाउंट भी फॉलो करती हैं।
सोनू निगम ने ट्विटर पर अपने परिचय में रत्तीभर भी डींग नहीं हांकी। शायद उन्हें यह लगता हो कि सोनू निगम तो सोनू निगम है। उसे सब पहचानते ही है, लेकिन उन्होंने अपने परिचय में यह जरूर लिखा है - ‘आई एम नथिंग, नथिंग मैटर्स। नथिंग इज एवरीथिंग’। ऐसा लगता है कि सोनू निगम को अपनी गायकी के माध्यम से ईश्वरीय शक्ति से साक्षात्कार हो चुका है। शायद इसीलिए उन्होंने अपने बारे में कोई बात नहीं कही। उन्हें मानव के नश्वर होने का बोध हो चुका है।
जिस अजान विवाद को लेकर सोशल मीडिया से मास मीडिया तक उनके नाम की चर्चा है। अगर उस पर ध्यान दें, तो यहीं लगता है कि सोनू निगम के ट्वीट आक्रामक तो बिल्कुल नहीं हैं। अजान को लेकर जो विवाद था, उस पर उन्होंने केवल अजान पर नहीं, बल्कि धर्म के नाम पर हो रहे शोर-शराबे की तरफ ध्यान खींचा था। बाद में उन्होंने सफाई भी दी थी कि मैं इस्लाम के विरुद्ध नहीं हूं, न ही अजान के विरुद्ध हूं। लाउड स्पीकर पर अजान के विरुद्ध हूं।
अजान के बहाने सांप्रदायिक मुद्दे को उछालते हुए अनेक अखबारों, चैनलों और वेबसाइट्स में कई सही गलत बातें कही। इन्हीं से नाराज होकर शायद सोनू निगम ने ट्विटर पर अजान का वीडियो शेयर किया था। दरअसल बीबीसी की वेबसाइट ने एक रिपोर्ट छापी थी कि सोनू निगम जहां रहते है, वहां उनके घर के आसपास कोई मस्जिद है ही नहीं, इसलिए अजान की बात उठाना गलत है। सोनू निगम ने इसी का जवाब दिया था।
किसी कठमुल्ले द्वारा सोनू निगम के खिलाफ फतवा जारी करने और उनका सिर मुंडवाकर गधे पर उल्टा बैठाकर घुमाने की बात पर सोनू निगम ने अपना सिर मुंडवा लिया। तब ट्विटर पर उन्होंने लिखा था कि मेरे सिर मुंडवाने पर दस लाख का ईनाम देने वाले रुपए तैयार रखे और उस बारबर को यह राशि दे दी जाए, जो मुस्लिम है और उनका मुंडन कर रहा है।
मीडिया में लग रहे आरोप-प्रत्यारोपों से सोनू निगम बिल्कुल अप्रभावित ही लगे। बॉलीवुड ने अप्रत्यक्ष रूप से उनका समर्थन ही किया। जिन लोगों ने असहमति जताई। उन्होंने खुलकर अपनी बात नहीं कही। कमाल आर. खान जैसे विवादास्पद व्यक्ति ने भी सोनू निगम का खुलकर समर्थन किया और लिखा कि अगर वे कोई फिल्म बनाएंगे, तो उसके सभी गाने सोनू निगम से गंवाना पसंद करेंगे।
कुमार विश्वास ने सोनू निगम के गाने की तारीफ की और लिखा - मेरे गीत अमर कर दो। ज्वाला गुप्ता ने सोनू निगम को ट्वीट किया कि मैं तुम्हारे गाने की ही फैन थी। अब मैं तुम्हारे साहस की भी फैन हूं। शास्त्रीय गायक गुलाम मुस्तफा खान ने पहले सोनू निगम के ट्वीट पर आपत्ति की थी, लेकिन बाद में वे सोनू निगम का बचाव करते नजर आए। कई लोगों का कहना है कि सोनू निगम जान-बूझकर छोटे-मोटे विवाद खड़े करते रहते हैं और चर्चा में बने रहते हैं। यह उनका निजी अंदाज है। इस विवाद में सोनू निगम अपना समर्थन करने वालों को धन्यवाद देते हुए भी नजर आए। सोनू निगम के ट्वीट्स को इस दौरान बहुत ज्यादा लोगों ने लाइक और रि-ट्वीट किया। इसी दौरान मालिनी अवस्थी ने लोगों को यह भी याद दिलाया कि बड़े गुलाम मलिक खान साहब को पाकिस्तान छोड़ना पड़ा था, क्योंकि उन्होंने पाकिस्तानी टीवी पर ‘मोरे राम’ जैसा भजन गाया था।
29 April 2017