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डॉ सुब्रह्मण्यम स्वामी राज्य सभा में लगातार धमाके कर रहे हैं, लेकिन इसके पहले वे सोशल मीडिया में धमाके करते हैं, जिससे उनकी योजनाओं का आभास हो जाता है। गुरुवार की सुबह उनके एक 'ट्वीट बम' ने मीडिया के कई दिग्गजों के होश फाख्ता कर दिये। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा कि आगस्ता वेस्टलैंड ने 2010 से 2012 तक 60 लाख यूरो (करीब 45 करोड़ रुपये) क्रिस्टियन मिशेल को भारतीय मीडिया को 'मैनेज' करने के लिए दिये। इसके बाद मीडिया में हलचल तो मचनी ही थी क्योंकि ट्विटर पर उनके 25 लाख से ज़्यादा फॉलोअर हैं। डॉ स्वामी औसतन रोजाना 18 सन्देश ट्वीट करते हैं। वे जुलाई 2009 से ट्विटर पर सक्रिय हैं।
लंदन में मैडम तुसाद के स्टुडियो में 28 अप्रैल को नरेन्द्र मोदी के मोम के पुतले का अनावरण होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को टाइम पत्रिका ने विश्व के दस सबसे प्रभावशाली लोगों में गिना है, उनके लिए मैडम तुसाद का स्टुडियो कोई खास मायने नहीं रखता। यूं भी मैडम तुसाद का स्टुडियो एक कमर्शियल वेंचर है। दुनिया के कई शहरों में प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों में उनके स्टुडियो है, जहां मशहूर लोगों की शक्ल से मिलते मोम के हूबहूू पुतले रखे हैं। इस स्टुडियो में जाने का महंगा टिकट होता है। यह स्टुडियो कला की सेवा के लिए कम और धंधे के लिए ज्यादा है। 2017 में मैडम तुसाद स्टुडियो वंâपनी अपना एक स्टुडियो दिल्ली में शुरू करने वाली है और उस स्टुडियो में अरविंद केजरीवाल और कपिल शर्मा जैसों की मूर्तियां भी होगी। जाहिर है कहां नरेन्द्र मोदी और कहां कपिल शर्मा।
22 अप्रैल से शुरू होने वाले सिंहस्थ के लिए सभी ने कमर कस ली है। सिंहस्थ की सभी तैयारियां लगभग पूर्ण हो चुकी है। मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार इस बार सिंहस्थ ग्लोबल इवेंट की तरह होगा। उज्जैन एक नए रूप में आ चुका है। यह नया रूप किसी भी महानगर की व्यवस्था को टक्कर देने लायक है। अखबारों में विशेष परिशिष्ट निकाले जा रहे है। टीवी चैनलों पर विशेष शो तैयार है, लेकिन सोशल मीडिया पर सिंहस्थ के बारे में जो जानकारी मिल रही है, वह अनूठी और सबसे पहले दी जाने वाली जानकारियां हैं।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव है। अभी वहां की दोनों प्रमुख राजनैतिक पार्टियों के अपने उम्मीदवार भी तय नहीं हो पाए है। रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के इच्छुक डोनाल्ड ट्रम्प के बारे में कहा जा रहा है कि वे राष्ट्रपति रिपब्लिकन पार्टी के नहीं, ट्विटर के उम्मीदवार हैं। यह वनलाइनर सोशल मीडिया पर ट्रम्प की सक्रियता को देखकर चल पड़ा है। सोशल मीडिया पर राष्ट्रपति पद तक पहुंचने की तैयारी जिस तरह से की जा रही है उसे देखते हुए इस कमेंट का महत्व सोशल मीडिया के लिए बढ़ गया है। जितना नंगापन इस अमेरिकी चुनाव में है, भारत में तो कोई कल्पना भी नहीं कर सकता. ट्रंप ने खुद अपने नंगे फोटो ट्विटर पर डाले हैं और विरोधियों ने उनकी पत्नी के.
लगता है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां काफी पहले ही शुुरू कर दी है। तभी तो वे ‘नरेन्द्र मोदी एप’ को बढ़ावा देने में लगे हैं। यह बात तो उनके विरोधी भी मानते है कि नरेन्द्र मोदी का विरोध किया जा सकता है, उनका समर्थन किया जा सकता है, लेकिन उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। नरेन्द्र मोदी की शख्सियत में कुछ बातें है ही इतनी खास। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी इंजीनियर नहीं थे, लेकिन फिर भी उन्होंने भारत में कम्प्यूटर क्रांति की शुरूआत की थी। अब नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री है, जो इंजीनियर नहीं है, लेकिन तकनीक के मामले में शायद ही कोई नेता उनका सानी हो।
जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की तुलना शहीद-ए-आजम भगत सिंह से करने के बाद कांग्रेस ने भले ही शशि थरूर के उस बयान से पल्ला झाड़ लिया हो, सोशल मीडिया पर शशि थरूर के बारे में जो कुछ लिखा गया, वह अकल्पनीय है। गिने-चुने लोग ही शशि थरूर की बात से सहमत नजर आए। अधिकांश ने शशि थरूर की जमकर लूू उतारी। लोगों ने लिखा कि अगर कन्हैया कुमार भगत सिंह के समान हैं, तो शशि थरूर किसके समान हैं? सनी लियोन के?