Bookmark and Share

web-19-12

एसएस (सोल सिस्टर्स), एसबी (सोल बिचेस -Soul Biches), पीबीएस (पाकिस्तान ब्यूटी सोसायटी), केजी (कराची गर्ल्स) जैसे नाम हैं पकिस्तान की युवतियों में लोकप्रिय होते जा रहे सीक्रेट फेसबुक ग्रुप्स के। पाकिस्तान के खबर डॉन के मुताबिक इन ग्रुप्स के सदस्यों की संख्या 15000 तक है। इनमें से कुछ ग्रुप्स ने तो अपनी अलग वेबसाइट भी लांच कर दी है और वे लोकप्रिय भी होती जा रही हैं। इनमें वे युवतियां शामिल हैं जो सोशल मीडिया को केवल मनोरंजन का जरिया नहीं, उससे ज्यादा समझती हैं। ये युवतियां पढ़ी-लिखी होती हैं। काफी पड़ताल के बाद केवल युवतियों को ही इसका सदस्य बनाती हैं।

पाकिस्तान के मुस्लिम रूढ़िवादी समाज में युवतियों ने अपने प्रेम संबंधों पर सलाह मशविरे के लिए फेसबुक के सीक्रेट फेसबुक ग्रुप का उपयोग बढ़ता जा है। कहा जा रहा है ये ग्रुप्स एक दूसरे का सशक्तिकरण कर रहे हैं। ऐसे ग्रुप्स में केवल युवतियों को ही सदस्य बनाया जा रहा है और वे युवतियां वहां अपनी निजी बातों पर भी खुलकर चर्चा कर सकती हैं; अपने प्रेम संबंधों से लेकर अपनी सेहत और शरीर से सम्बंधित समस्याओं तक। फैशन और जूलरी से लेकर ब्यूटी प्रोडक्ट्स और जिम की एक्सरसाइज़ तक। शादी, प्रेम सम्बन्ध, गर्भावस्था की सलाहें, सास ससुर से रिश्ते इन समूहों में चर्चा का विषय होते हैं। ग्रुप में चर्चा के विषय नैतिकता से जुड़े भी होते हैं जैसे मुझे शराब की लत लग गई है और अब क्या करूँ? मुझे अपने फुफेरे भाई और छोटे मामा दोनों आकर्षक लगते हैं और दोनों ही मुझे शादी करना चाहते हैं। कौन सही सलाह दे सकता है? मैं लेस्बियन सेक्स के प्रयोग करना चाहती हूँ, यह ब्लैमेलिंग का कारन तो नहीं बन जाएगा?

soul

इसमें एक दूसरे के साथ अपनी कामयाबी के किस्से शेयर किये जाते हैं और नाकामियों के भी। इन ग्रुप्स में सदस्यों की संख्या बढ़ती जा रही है और बाकायदा ऐसे समूहों ने अपने नाम भी रख लिए हैं। ऐसे ही एक ग्रुप सोल बिचेस (Soul Biches) में दो सप्ताह में तीन हज़ार से ज्यादा युवतियां शामिल हो गईं। इनमें से अधिकांश का मानना है कि फेसबुक के ये ग्रुप्स उनके लिए ज्यादा फायदेमंद साबित हुए हैं क्योंकि इनमें सदस्य पहले से किसी को भी नहीं जानते-पहचानते और इसी कारण यहाँ जो सलाहें मिलती हैं वे निष्पक्ष होती हैं।

फेसबुक के इन सीक्रेट ग्रुप्स में सक्रिय युवतियां पाकिस्तान के शहरी उच्च और उच्च-मध्यम वर्ग की ही नहीं होती, छोटे शहरों की भी होती हैं। उन्हें ऐसे ग्रुप से सलाह और मार्गदर्शन भी मिलता रहता है जो कई बार उनकी पढाई और कॅरिअर में फायदेमंद होता है। कुछ ऐसी सलाहें भी उन्हें यहाँ मिल जाती हैं, जिन पर वे अपने परिवार के लोगों से चर्चा नहीं कर पाती। पाकिस्तान में एक वर्ग ऐसा भी है, जिसे गतिविधियां पसंद नहीं, लेकिन उनके फतवे यहाँ नहीं चल पाते।

ये ग्रुप्स केवल युवतियों के ही हैं, लेकिन इनमें भी सायबर बुलिंग की समस्या आने लगी हैं। कुछ युवतियां यहाँ दूसरों पर दादागीरी दिखने से बाज़ नहीं आतीं, कुछ अभद्रता की सीमायें लांघ जाती हैं; इस कारण अनेक युवतियां सदस्तया लेने के बाद भी निष्क्रिय हो जाती हैं और कई तो ग्रुप से बाहर का रास्ता चुन लेती हैं। ऐसे ही एक ग्रुप की संयोजक का कहना है कि सोशल मीडिया में आने के बाद युवतियों में जबरदस्त आत्म विश्वास आया है। ग्रुप की कई लड़कियां तो वास्तविक जीवन में भी दोस्त बन गई हैं और वे नियमित मिलती-जुलती भी हैं। उनकी सोच का दायर काफी बढ़ गया है। पाकिस्तान की युवतियां भी आधुनिक हैं और वे मर्यादा में रहते हुए पूरी आज़ादी से जीवन जीती हैं। आधुनिकता का सम्बन्ध केवल कपड़ों से नहीं होता।

Search

मेरा ब्लॉग

blogerright

मेरी किताबें

  Cover

 buy-now-button-2

buy-now-button-1

 

मेरी पुरानी वेबसाईट

मेरा पता

Prakash Hindustani

FH-159, Scheme No. 54

Vijay Nagar, Indore 452 010 (M.P.) India

Mobile : + 91 9893051400

E:mail : prakashhindustani@gmail.com