दिल्ली के इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फर्मेशन टेक्नोलॉजी ने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के आधार पर यह शोध की है कि सोशल मीडिया की गतिविधियों के द्वारा किसी भी शख्स के व्यक्तित्व, सामाजिक व्यवहार और रुचियों का पता लगाया जा सकता है। इस प्रणाली में मशीन लर्निंग और भाषा को लेकर अध्ययन किए गए। सोशल मीडिया पर किए गए सैकड़ों लोगों के पोस्ट को 70 कैटेगरी में विभाजित करके इस शोध ने दिलचस्प नतीजे निकाले है।
संस्थान ने जो सिस्टम विकसित किया है, उससे समाज के विभिन्न वर्गों की आदतों, अभिरुचियों और गतिविधियों की भविष्यवाणी करना आसान हो गया है। देश के 50 शहरों के 32 हजार लोगों से उपलब्ध विभिन्न आंकड़ों के आधार पर यह शोध किया गया। इस शोध के माध्यम से लोगों की मानसिक स्थिति, खरीददारी की आदतें और मेंटल हेल्थ का पता चल सकता है। अनेक कंपनियां इस तरह के शोध का उपयोग अपने यहां नियुक्त किए जाने वाले कर्मचारियों के बारे में कर रही हैं।
राजनैतिक पार्टियां इस तरह के शोध का उपयोग अपने चुनाव प्रचार अभियान में भी करती हैं। शोधकर्ताओं का दावा है कि इस तरह की शोध से सोशल मीडिया के यूजर के डिप्रेशन की स्थिति का भी पता लगाया जा सकता है और यह भी पता लगाया जा सकता है कि यूजर की राजनीतिक इच्छाशक्ति क्या है? इस पूरी प्रकिया में सोशल नेटवर्क का विश्लेषण करना शामिल है।