Bookmark and Share

Apple 1

ऐपल कंपनी के प्रॉडक्ट दुनियाभर में प्रतिष्ठित है। यह दुनिया की 4 बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों में शुमार है। 1976-77 में इसका नाम ऐपल कम्प्यूटर कंपनी था। अब यह ऐपल कम्प्यूटर इंक हो गई है। नास्दाॅक की 100 प्रमुख कंपनियों में शुमार है ऐपल। 2018 में इस कंपनी का कारोबार 265 अरब डॉलर (करीब 18 लाख 55 हजार करोड़ रुपये) था और इसका मार्केट कैप 107 अरब डॉलर (करीब साढ़े सात लाख करोड़ रुपये) से अधिक है। ऐपल दुनिया का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण ब्रांड भी है। उसके प्रॉडक्ट बाजार में आते ही बिक जाते है। कई बार तो आईफोन खरीदने के लिए लोग लंबी-लंबी कतारें लगाए हुए देखे जा सकते हैं। हाल ही में यह बात सामने आई कि अगर लोगों ने ऐपल के प्रॉडक्ट खरीदने के बजाय कंपनी के शेयर खरीदे होते, तो उनकी आर्थिक स्थिति कितनी मजबूत होती।

सन 1984 की 24 जनवरी को ऐपल ने अपना पहला मैकिन्टोश बाजार में उतारा था, जिसकी कीमत 2495 डॉलर थी। जिन लोगों ने इस कंपनी में 35 साल पहले 2495 डाॅलर के शेयर खरीदे होंगे, उन शेयर की वेल्यु आज 9 लाख 60 हजार डॉलर हो गई है। इसका मतलब है सीधा-सीधा 38 हजार 500 प्रतिशत मुनाफा। उस वक्त एक डॉलर की कीमत करीब 28 रुपये थी। आज डॉलर 70 रूपए के पार है। इस हिसाब से 9 लाख 60 डॉलर की रुपये में कीमत होती 6 करोड़ 72 लाख रुपए। मतलब यह कि 1984 में करीब 70 हजार रुपये का निवेश आज 6 करोड़ 72 लाख रुपये के बराबर हो जाता। है ना दिलचस्प बात। अब यह बात और है कि ऐपल के उत्पाद का उपयोग करने वाले करोड़ों लोग तो उस वक्त पैदा भी नहीं हुए होंगे। वे बस यही दुआ कर सकते हैं कि काश उनके बाप-दादा ने उस वक्त ऐपल में इन्वेस्टमेंट किया होता।

ऐपल ने 15 अगस्त 1998 को पहला आईमेक प्रॉडक्ट जारी किया था। उसकी कीमत थी 1299 डॉलर। आईमेक की खरीदारी के लिए बड़ी मारा-मारी थी और कई लोग उसे खरीद नहीं पाए, लेकिन अगर उन लोगों ने 1299 डाॅलर ऐपल के शेयर खरीदने में लगाए होते, तो आज उनके पास जो शेयर होते, उसकी कीमत 1 लाख 78 हजार डॉलर के बराबर होती। इसका मतलब 13 हजार 500 प्रतिशत का मुनाफा। किसी ने इसकी कल्पना नहीं की होगी।

2001 में आईपाॅड बाजार में आ गया था। ऐपल ने पहला आईपॉड 23 अक्टूबर 2001 को बाजार में उतारा था। कीमत थे केवल 399 डॉलर। 399 डॉलर जिन लोगों ने 2001 में ऐपल में निवेश किए थे, आज उनके शेयर की कीमत 58 हजार डॉलर हो गई है। 14 हजार 500 प्रतिशत का मुनाफा। इतने पैसे में आज ऐपल के भी प्रॉडक्ट खरीदे जा सकते हैं।

ऐसा ही ऐपल के फर्स्ट मेक मिनी के साथ भी है। 499 डॉलर का यह प्रॉडक्ट 22 जनवरी 2005 को बाजार में उतारा गया था। अगर किसी ने मेक मिनी के बजाय ऐपल के शेयर खरीद लिये होते, तो वे डॉलर बढ़कर आज 19 हजार 700 डॉलर हो जाते। सीधा-सीधा 3 हजार 900 प्रतिशत का मुनाफा।

Apple 2

ऐपल ने मैक बुक का पहला बेस माॅडल 16 मई 2006 को बाजार में उतारा था। जिसकी कीमत 1099 डाॅलर थी। जिन लोगों ने 2006 में 1099 डॉलर ऐपल में निवेश किए होंगे, उनके शेयर की वेल्यु आज 22 हजार 500 डॉलर के बराबर है यानी सीधे-सीधे 2 हजार प्रतिशत ज्यादा।

29 जून 2007 को गूगल का पहला आईफोन बाजार में आया था, कीमत थी 499 डॉलर। अगर 12 साल पहले 499 डॉलर खर्च करके ऐपल के शेयर लिए होते, तो आज वे 5 हजार 700 डॉलर के बराबर हो जाते, मतलब सीधा है करीब 1 हजार प्रतिशत का मुनाफा। गूगल ने 3 अप्रैल 2010 को अपना आईपॉड रिलीज किया था। कीमत थी 499 डॉलर। 9 साल पहले जिन लोगों ने गूगल में 499 डाॅलर निवेश किए होंगे, उसकी कीमत आज 3 हजार डॉलर के बराबर हो गई है। यानी 500 प्रतिशत अधिक।

लोग कहते हैं कि ऐपल के उत्पाद लागत से 6-7 गुना अधिक कीमत पर बेचे जाते हैं। 100 डॉलर में बनने वाला मोबाइल 700 डॉलर में बिकता है। ऐपल इसके माध्यम से भारी मुनाफा कमाता है और उसने बाजार के एक सैगमेंट में अपना कंट्रोल बना रखा है। शेयर बाजारों में भी उसने कुछ इस तरह जमावट की हुई है कि उसके शेयर आज भी ऊंचे दामों पर बिक रहे हैं। यह एक तकनीकी कंपनी से बढ़कर व्यावसायिक कंपनी बन चुकी है और यह बात सभी जानते है कि मुनाफा व्यापारी ही कमाता है। उपभोक्ता केवल सेवा पाता है। अब तो ऐपल के शेयर बहुत महंगे है, लेकिन अगर आप ऐपल के उत्पाद खरीदने के मूड में हो, तो उसके शेयर खरीदने का मन बना सकते है, क्या पता आपको भी 25-50 गुना ज्यादा मुनाफा हो। प्रॉडक्ट तो दूसरे भी उपलब्ध है ही। भारतीय रूपए में आप डाॅलर की तुलना न करें, वरना फायदा का गणित आपको और भी चौका सकता है।

Search

मेरा ब्लॉग

blogerright

मेरी किताबें

  Cover

 buy-now-button-2

buy-now-button-1

 

मेरी पुरानी वेबसाईट

मेरा पता

Prakash Hindustani

FH-159, Scheme No. 54

Vijay Nagar, Indore 452 010 (M.P.) India

Mobile : + 91 9893051400

E:mail : prakashhindustani@gmail.com