हिंसक वीडियो के खिलाफ अभियान चलाते हुए यू-ट्यूब की अभिभावक कंपनी गूगल ने लंदन के महापौर को 6 लाख पाउंड का अनुदान दिया है। गूगल ने कहा है कि इस पैसे से सोशल मीडिया पर हिंसात्मक वीडियो के प्रचार को रोकने का कार्य किया जाएगा। यह धनराशि यू-ट्यूब पर हिंसा के महिमामंडन को खोजने और रोकने पर खर्च की जाएगी।
गूगल मानता है कि सोशल मीडिया पर अपराधों और अपराधियों का महिमामंडन किया जा रहा है। ऐसे कंटेंट को रोकना बहुत जरूरी है। इसीलिए गूगल ने यू-ट्यूब प्लेटफार्म पर हिंसात्मक वीडियो को पहचानने और रोकने के लिए अभियान चलाया है। लंदन में पिछले कुछ समय से चाकू की नोक पर अपराध करने, धमकाने और लूटने की वारदातों में वृद्धि हुई है। उनमें से कुछ के वीडियो सोशल मीडिया पर भी शेयर किए गए है। असामाजिक तत्वों में शामिल युवाओं ने ऐसे वीडियो का महिमामंडन शुरू कर दिया था। गूगल को विश्वास है कि इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए इस तरह के प्रयास बहुत जरूरी है। इसके लिए गूगल और यू-ट्यूब के अधिकारी लंदन की पुलिस और महापौर से मिलकर लगातार चर्चा करते रहे है।
6 लाख पाउंड से पांच सौ युवा सोशल मीडिया कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जाएगा, जो लोगों को इस तरह के वीडियो डालने से रोकेंगे और प्रशिक्षित करेंगे। इसके लिए सामाजिक संस्था कैच 22 ने खाका तैयार किया है। गूगल के प्रवक्ता ने कहा कि हम जनजीवन में शांति को बहुत महत्व देते है और चाहते है कि हिंसा की वारदातें किसी भी हालत में नहीं हो। हम कभी नहीं चाहेंगे कि हमारे सोशल मीडिया प्लेटफार्म इस तरह की वारदातों को भड़काने में शामिल हो। हम जो राशि खर्च करेंगे, उससे युवाओं को सोशल मीडिया के बारे में प्रशिक्षण देंगे और उनकी स्किल के विकास में बढ़ावा देने का काम करेंगे, ताकि लोग अपराधों से दूर हो सके। सोशल मीडिया के कम्प्यूनिटी ग्रुप इस तरह की समस्याओं का समाधान कर सकते है।
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि हम अपने अभियान को और आगे तक ले जाएंगे। हम इसे सोशल मीडिया से आगे लाकर जमीनी काम के रूप में भी आगे बढ़ाएंगे। हमे भरोसा है कि हमारी इस कोशिश का अच्छा परिणाम सामने आएगा।