मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिली शिकस्त के बाद सोशल मीडिया पर संबित पात्रा को सबसे अधिक ट्रोल किया जा रहा है। संबित पात्रा को पहले भोपाल में चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए एमपी नगर इलाके में प्रेस कांफ्रेंस करने पर ट्रोल किया गया था। विधानसभा चुनाव के दौरान संबित पात्रा टीवी चैनलों पर डिबेट में कांग्रेस के नेताओं पर तीखे प्रहार करते रहे। यहां तक कि उन्होंने नेहरू-गांधी परिवार को ठग्स ऑफ हिन्दुस्तान भी करार दे दिया था। राहुल गांधी बार-बार उनके निशाने पर आते रहे।
लेकिन अब लगता है कि संबित पात्रा के सितारे अच्छे नहीं चल रहे। कुछ दिनों पहले भाजपाध्यक्ष अमित शाह पत्रकार वार्ता में संबित पात्रा का नाम भुल गए थे। उस पर भी उनका खासा मजाक उड़ाया गया कि संबित पात्रा अपने आप को कितना भी महान साबित करने की कोशिश करें, पार्टी के अध्यक्ष ही उन्हें नहीं पहचानते।
अब लोग टि्वटर पर लिख रहे है कि विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आते ही संबित पात्रा मिस्टर इंडिया बन गए है। एक दम अदृश्य। चुनाव नतीजे के दौरान एक न्यूज चैनल पर संबित पात्रा की उपस्थिति पर भी लोगों ने मजाक किए थे। अब कह रहे है कि सन 2019 में भाजपा की इज्जत से हार के लिए जरूरी है कि संबित पात्रा को प्रवक्ता पद से हटा दिया जाए। योगी आदित्यनाथ और भाजपा के आईटी सेल पर भी अंगुलियां उठ रही है और कहा जा रहा है कि अब अमित शाह के वापस गुजरात जाने का समय आ गया है। वरना अमित शाह अपने झूठे घमंड से पूरे देश में भाजपा का सफाया करवा देंगे। इस तरह के मजाक भी चल रहे है कि कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारक थे संबित पात्रा। अगर संबित पात्रा नहीं होते, तो कांग्रेस को ऐसी जीत नहीं मिल सकती थी।