भारतीय सेना के अधिकारी सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं होते। यह मामूली बात भी कई लोगों को पता नहीं है। पाकिस्तान से लौटने के बाद भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के नाम पर सोशल मीडिया में कई अकाउंट खुल गए है। टि्वटर पर तो एक अकाउंट में सरकार की तारीफ के ट्वीट भी किए गए। यह अकाउंट इस चतुराई से बनाया गया है कि एक आम आदमी गफलत में पड़ जाएं और टि्वटर पर अभिनंदन के फॉलो करने लगे। जब अभिनंदन वर्धमान की मुलाकात रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के हुई, तब उसकी तस्वीरें कई अखबारों और वेबसाइट में नजर आई। उसी में से तस्वीर चुराकर फर्जी अकाउंट पर डाल दी गई और लिखा कि आज मैंने रक्षा मंत्री से मुलाकात की। अभिनंदन का असली अकाउंट समझकर कई लोगों ने उन्हें फॉलो करना शुरू कर दिया। दो ही दिन में उनके हजारों से ज्यादा फॉलोअर भी बन गए। इस अकाउंट में सरकार की प्रशंसा के संदेश तो थे ही, भारतीय मीडिया के खिलाफ भी कुछ पोस्ट थे, जिसे कई लोगों ने रि-ट्वीट किया।
भारतीय वायु सेना के अधिकारियों का ध्यान जब इस तरफ गया, तब उन्होंने रक्षा मंत्रालय को खबर की। रक्षा मंत्रालय की आपत्ति के बाद टि्वटर ने उस फर्जी अकाउंट को सस्पेंड कर दिया, लेकिन कई और अकाउंट भी है, जो चलन में है। इन अकाउंट के माध्यम से अफवाहें फैलाने का काम जोर-शोर से चल रहा है। अभिनंदन की देशवापसी के पहले पाकिस्तानी सेना के जवानों के साथ उनका एक फर्जी वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें अभिनंदन को पाकिस्तानी सैनिकों के साथ डांस करते दिखाया गया। दावा किया गया था कि अभिनंदन पाकिस्तान में खुश है।
अभिनंदन तो ठीक, अभिनंदन की पत्नी बनकर भी एक महिला ने फेक वीडियो बनाया और वायरल कर दिया, इसमें एक महिला भारतीय जनता पार्टियों के नेताओं से यह अपील करती नजर आ रही है कि एक सैनिक बनने के लिए बहुत कुछ दांव पर लगाना पड़ता है, सोचिये की अभिनंदन के परिवार पर क्या गुजर रही होगी? वास्तव में यह वीडियो किसी और महिला का था और करीब 6 साल पुराना था, उस वीडियो को एडिट करके अभिनंदन की पत्नी के नाम पर वायरल किया गया।
भारतीय वायु सेना द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक-2 के फर्जी वीडियो बड़ी संख्या में वायरल हुई। इन वीडियो को वायरल करने में भारतीय न्यूज चैनलों की ही प्रमुख भूमिका रही। दिलचस्प बात यह थी कि भारतीय समाचार चैनल ही इस बात को बार-बार प्रचारित करते रहे कि कृपया अफवाहें न फैलाए, लेकिन वे खुद पुराने वीडियो या फिल्मी क्लीपिंग्स सर्जिकल स्ट्राइक के नाम पर दिखाते रहे। पाकिस्तानी टीवी चैनलों ने कई दिनों से भारतीय नेताओं के साथ ही इन टीवी चैनलों का मजाक उड़ाने का भी अभियान से चला रखा है। अफवाह फैलाने में पाकिस्तानी चैनलों को महारथ हासिल है, लेकिन अब वे कह रहे है कि भारतीय चैनल समाचार के नाम पर कपोल-कल्पित खबरें प्रसारित करते रहते है। भारतीय न्यूज एंकर्स को तो उन्होंने जोकर तक कहना शुरू कर दिया।