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प्यू रिसर्च सेंटर ने हाल ही में अमेरिका में एक रिसर्च किया, तो पाया कि अमेरिका की दो तिहाई से भी अधिक वयस्क आबादी के लिए सोशल मीडिया समाचारों का पहला स्रोत बन गया है। दुनिया में कोई खबर हो, लोग सोशल मीडिया पर उसे शेयर कर लेते है और यही सोशल मीडिया के लिए महत्वपूर्ण बात है। रिसर्च के मुताबिक 68 प्रतिशत लोग सबसे पहले सोशल मीडिया से कोई भी समाचार प्राप्त करते है, इसमें वे लोग भी है, जो टेलीविजन भी देखते है और अखबार भी पढ़ते है, लेकिन उन तक सबसे पहले समाचार पहुंचाने का काम सोशल मीडिया करता है।
कोला कोला कंपनी ने अपने एक नए एनर्जी ड्रिंक विटामिनवॉटर को प्रचारित करने का अनूठा तरीका खोजा है। इसके लिए कोका कोला ने एक प्रतियोगिता रखी है कि जो भी व्यक्ति पूरे एक साल तक स्मार्टफोन उपयोग में नहीं लाएगा, वह एक लाख डॉलर का इनाम जीत सकता है। प्रतियोगिता सभी के लिए खुली है और इसमें भाग लेने की अंतिम तिथि 8 जनवरी 2019 है। कितने लोग इसमें भाग लेते है, यह तो देखने वाली बात होगी, लेकिन विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक कोला कोला ने अपने एनर्जी ड्रिंक को युवकों में प्रचारित करने के लिए यह एक अनूठी प्रतियोगिता रखी है।
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिली शिकस्त के बाद सोशल मीडिया पर संबित पात्रा को सबसे अधिक ट्रोल किया जा रहा है। संबित पात्रा को पहले भोपाल में चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए एमपी नगर इलाके में प्रेस कांफ्रेंस करने पर ट्रोल किया गया था। विधानसभा चुनाव के दौरान संबित पात्रा टीवी चैनलों पर डिबेट में कांग्रेस के नेताओं पर तीखे प्रहार करते रहे। यहां तक कि उन्होंने नेहरू-गांधी परिवार को ठग्स ऑफ हिन्दुस्तान भी करार दे दिया था। राहुल गांधी बार-बार उनके निशाने पर आते रहे।
प्रधानमंत्री मोदी का विधवा वाला बयान लोगों को पसंद नहीं आ रहा है। पिछले सप्ताह एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बयान दिया था कि कांग्रेस की कौन-सी विधवा के खाते में पैसा जाता था? हमारी सरकार ने तो सैकड़ों जनहित कार्य योजनाएं बनाई। कांग्रेस ने सिवाए स्कैम के क्या किया? मोदी का निशाना पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की विधवा सोनिया गांधी पर था। इस पर सोशल मीडिया में बहुत तीखी प्रतिक्रियाएं हुई। पिछले सप्ताह ही सोनिया गांधी का जन्मदिन था और लोगों ने लिखा कि एक नेता के बारे में इस तरह के बयान देना प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता। युवा कांग्रेस के अध्यक्ष केशवचन्द यादन ने तो साफ-साफ लिखा कि प्रधानमंत्री चर्चा और विचार के बहुत निचले स्तर पर पहुंच गए है। उनसे ऐसी आशा नहीं की जाती थी। दिलचस्प बात यह है कि इसके बाद 9 दिसंबर को नरेन्द्र मोदी ने सोनिया गांधी के जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी और उनके सुदीर्घ जीवन और बेहतर स्वास्थ्य की कामना भी की।
हिंसक वीडियो के खिलाफ अभियान चलाते हुए यू-ट्यूब की अभिभावक कंपनी गूगल ने लंदन के महापौर को 6 लाख पाउंड का अनुदान दिया है। गूगल ने कहा है कि इस पैसे से सोशल मीडिया पर हिंसात्मक वीडियो के प्रचार को रोकने का कार्य किया जाएगा। यह धनराशि यू-ट्यूब पर हिंसा के महिमामंडन को खोजने और रोकने पर खर्च की जाएगी।
बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपनी ब्रांडिंग को लेकर तरह-तरह के जतन करती रहती है, लेकिन कभी-कभी ये जतन महंगे पड़ जाते है, जब सोशल मीडिया पर ऐसे ब्रांड का मजाक उड़ाया जाता है। ऐसी ही गलती पिछले दिनों सैमसंग के सोशल मीडिया एक्जीक्यूटिव ने की, जब उसने गैलेक्सी नोट 9 के प्रचार का ट्वीट अपने निजी आई-फोन से कर दिया और यह बात उजागर हुई।