एड गुरू एलिक पदमसी से मेरा आमना सामना तो कई बार हुआ, लेकिन लंबी और यादगार मुलाकात कभी नहीं हुई । वे तीन बातों के कारण जाने जाते हैं : वे भारत में आधुनिक एडवरटाइजिंग के पितामह थे, जिन्होंने सअउ से अधिक ब्रांड तैयार किए। दूसरी बात वे अंग्रेजी थिएटर की एक बड़ी हस्ती थे, जिन्होंने 100 से अधिक नाटक तैयार किए। तीसरा उन्होंने सोशल सर्विस का बहुत काम किया, खासकर मुंबई पुलिस फोर्स के साथ महिलाओं की छेड़छाड़ के विरुद्ध। उन्होंने लगातार अभियान चलाए। इसके बावज़ूद उन्हें हमेशा याद किया जाता है सर रिचर्ड एटनबरो की फिल्म गांधी में उनके जिन्ना के किरदार के लिए।
वे आंध्र के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के कम्युनिकेशन एडवाइजर की भूमिका में भी रहे और अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर के सामने उन्होंने ही प्रेजेंटेशन रखे थे।
मैंने उनके अभिनीत नाटक भी देखे हैं और भाषण भी सुने हैं।कॉपीराइटिंग करते हुए मैंने उनकी किताब डबल लाइफ को पाठ्यक्रम की तरह ही पढ़, जो आज के जगह पाठ्यक्रम में ही है।
वे कम्युनिकेशन के महागुरु थे, विज्ञापन और रंगमंच तथ फिल्मों में उन्होंने जादू दिखाया। लिख नायक किताब एडवरटाइजिंग के बारे में थी लाइव इससे प्रकाशित हो किताब कब इसमें स्कूल में पढ़ाई जाती है पास तो तक कारपेट घूम रहे एलेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ कारपोरेशन उनके चरित्र थियटर में उनके योगदान के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार भी उन्हें मिल और पदमश्री भी। वे मुम्बई आईआईटी के सलाहकार मंडल में भी रहे।
उन्होंने पर्ल पदमसी से शादी की। रंगमंच की अभिनेत्री डॉली ठाकोर के साथ भी रहे और डॉली उनके बच्चे की मां बनीं। बाद में उन्होंने पॉप सिंगर और एक्टर शेरोन प्रभाकर से शादी की, जिनकी बेटी अभिनेत्री हैं।