You are here: सुबह सवेरे (मेरा हैशटैग)
कबाली के बहाने हमारी मूर्खताओं का 'राष्ट्रीयकरण' किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर जो माहौल बनाया गया है, वह इस फिल्म के प्रचार का हिस्सा लगता है. 24 घंटे फिल्म का प्रदर्शन, कई दफ़्तरों में छुट्टी का ऐलान, कबाली स्पर्धाओं का आयोजन, रजनीकांत के कबालीवाले गेटअप के चाँदी के सिक्के ढालकर कर्मचारियों को पुरस्कार में देना...यह माहौल क्यों बनाया जा रहा है मानो कबाली फिल्म देखना हमारे राष्ट्रीय कर्तव्य में शामिल है? सुबह सवेरे में मेरा साप्ताहिक कॉलम :
कश्मीर में बुरहान वानी और उसके जैसे सैकड़ों युवाओं ने सोशल मीडिया को आतंक का औजार बना लिया था। शायद इसीलिए वहां मोबाइल और इंटरनेट सेवा ठप करनी पड़ी। बुरहान वानी की मुठभेड़ में मौत के बाद सोशल मीडिया का उपयोग आतंकी समूहों ने जमकर किया। विरोध प्रदर्शनों के दौर में हिंसक झड़पों से मुकाबला करते सशस्त्र बल के जवानों के हाथों ढाई दर्जन से अधिक मौतें हुई है। सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हुए है। कफ्र्यू के कारण उन घायलों के परिजनों को काफी परेशानी उठानी पड़ी।
डॉ. कुमार विश्वास सोशल मीडिया के शेर हैं। राजनीति और शिक्षण के इतर उनकी धाक सोशल मीडिया पर जबरदस्त है। कवि सम्मेलनों में वे सुपरस्टार की तरह बुलाए जाते है। अपने अकेले के बूते पूरे कवि सम्मेलन को सफल बनाने की कूूवत भी उनमें है। हमेशा विवादों में घिरे रहते हैं। नए-नए प्रयोग करते रहते है और अपनी उपस्थिति प्रत्येक सार्वजनिक मंच पर दर्ज कराते हैं। ‘गुजरात वांट्स केजरीवाल’ अभियान में भी वे जुड़े हैं। हिन्दी कविता को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लोकप्रिय बनाने का श्रेय भी उन्हें जाता है। हिन्दी के कवि है और हमेशा हिन्दी की बात करते हैं।
प्राइवेट सेक्टर के एक प्रमुख बैंक इंडसइंड ने खाताधारकों की पासवर्ड से मुक्ति की शुरुआत जोर-शोर से की है। सोशल मीडिया पर बैंक ने इसे प्रचारित करने के लिए बड़ी राशि खर्च की। #RIPpassword नामक हैशटैग से बैंक ने इसे प्रचारित किया। इसके प्रचार में अपने स्टाफ, ग्राहकों और पीआर एजेंसी के साथ ही अनेक वीडियो भी सोशल मीडिया पर अपलोड किए। इन वीडियो में फरहान अख्तर को दिखाया गया है। बैंक ने अपने प्रचार के लिए एकदम नए तरीके का उपयोग किया है और बड़ी संख्या में बैंक के खाताधारकों ने उन्हें पसंद किया है।
आखिर फेसबुक को फिर इस बारे में सफाई देनी ही पड़ी कि उसकी प्राइवेसी पॉलिसी में कोई अंतर नहीं किया गया है। इसका मतलब यह हुआ कि फेसबुक पर शुरूआत करते समय आपने जिस प्राइवेसी नोटिस को स्वीकार किया था, वह बरकरार है। फेसबुक पर पोस्ट की गई आपकी तस्वीरें और अन्य सभी सामग्री आपकी निजी संपत्ति हैं और आप उसे निजी रख सकते हैं। यह आप पर है कि आप उस जानकारी को किसके साथ शेयर करना चाहते हैं या नहीं करना चाहते।
उड़ता पंजाब के हीरो शाहिद कपूर ने सोशल मीडिया पर केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड का वह सर्टिफिकेट जारी किया है, जिसमें उड़ता पंजाब को ए प्रमाण पत्र दिया गया है। विशेष बात यह है कि इस प्रमाण पत्र पर लिखा हुआ है ‘माननीय मुंबई उच्च न्यायालय द्वारा पास’। इस सर्टिफिकेट पर उड़ता पंजाब के बारे में आदेश देने वाले जस्टिस सत्यरंजन धर्माधिकारी और जस्टिस शालिनी फानसकर का नाम भी लिखा है। इस पोस्ट पर फिल्म के निर्माता बालाजी मोशन पिक्चर्स ने भी लाइक और रि-ट्वीट किया है। साथ ही लिखा है उड़ता पंजाब को आखिर उड़ता प्रमाण पत्र मिल ही गया। पहलाज निहलानी इस फिल्म को 89 कट के साथ जारी करना चाहते थे, लेकिन मुंबई उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद इसे केवल एक कट के साथ प्रमाण पत्र दिया गया।